बाबा गोरखनाथ आरती: एक सम्पूर्ण गाइड
परिचय
नमस्कार दोस्तों! आज हम एक महान योगी और नाथ संप्रदाय के संस्थापक, बाबा गोरखनाथ जी के सम्मान में की जाने वाली आरती के बारे में जानेंगे। बाबा गोरखनाथ की आरती भक्ति और श्रद्धा का एक भावपूर्ण प्रतीक है। आइए, हम उनके जीवन, उनकी शिक्षाओं, और इस खूबसूरत आरती के पीछे के अर्थ को समझें।
आरती के बोल
जय गोरख देवा,
जय गोरख देवा ।
कर कृपा मम ऊपर,
नित्य करूँ सेवा ॥
शीश जटा अति सुंदर,
भाल चन्द्र सोहे ।
कानन कुंडल झलकत,
निरखत मन मोहे ॥
गल सेली विच नाग सुशोभित,
तन भस्मी धारी ।
आदि पुरुष योगीश्वर,
संतन हितकारी ॥
नाथ नरंजन आप ही,
घट घट के वासी ।
करत कृपा निज जन पर,
मेटत यम फांसी ॥
रिद्धी सिद्धि चरणों में लोटत,
माया है दासी ।
आप अलख अवधूता,
उतराखंड वासी ॥
अगम अगोचर अकथ,
अरुपी सबसे हो न्यारे ।
योगीजन के आप ही,
सदा हो रखवारे ॥
ब्रह्मा विष्णु तुम्हारा,
निशदिन गुण गावे ।
नारद शारद सुर मिल,
चरनन चित लावे ॥
चारो युग में आप विराजत,
योगी तन धारी ।
सतयुग द्वापर त्रेता,
कलयुग भय टारी ॥
गुरु गोरख नाथ की आरती,
निशदिन जो गावे ।
विनवित बाल त्रिलोकी,
मुक्ति फल पावे ॥
बाबा गोरखनाथ आरती का महत्व
गोरखनाथ की आरती उनकी पूजा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है, और इसे आध्यात्मिक मुक्ति पाने का एक मार्ग माना जाता है। माना जाता है कि आरती में निहित भक्ति और प्रार्थनाएं बाबा गोरखनाथ का आशीर्वाद प्राप्त करने में मदद करती हैं। यह शक्तिशाली आरती न केवल भक्तों का मार्गदर्शन करती है, बल्कि उनके अंदर दिव्यता की भावना भी जागृत करती है।
बाबा गोरखनाथ जी की पूजा विधि
अगर आप गोरखनाथ जी का आशीर्वाद पाना चाहते हैं, तो यहां उनकी सरल पूजा विधि दी गई है:
- पूजन सामग्री: एक बाबा गोरखनाथ की तस्वीर या मूर्ति, फूल, अगरबत्ती, दीपक, चंदन, रोली, प्रसाद (फल या मिठाई)।
- स्थान: घर में किसी स्वच्छ और शांत जगह पर आसन बिछाएं या अपनी पूजा स्थली को साफ करें।
- संस्कार: स्वयं स्नान करके साफ कपड़े पहनें।
- प्रारंभ: गोरखनाथ जी के चित्र के सामने दीपक जलाएं और उन्हें फूल अर्पित करें। अगरबत्ती और धूप जलाएं।
- आरती: श्रद्धा और भक्ति के साथ, बाबा गोरखनाथ जी की आरती गाएं।
- प्रसाद: गोरखनाथ जी को प्रसाद अर्पित करें और बाद में उसे सभी में वितरित करें।
बाबा गोरखनाथ आरती के लाभ
- मन की शांति: बाबा गोरखनाथ जी की आरती करने से मन शांत और एकाग्र होता है।
- सकारात्मकता: यह आरती नकारात्मक विचारों को दूर कर मन में सकारात्मकता भर देती है।
- दिव्य मार्गदर्शन: माना जाता है कि बाबा गोरखनाथ जी के आशीर्वाद से जीवन के कठिन दौर में दिव्य मार्गदर्शन मिलता है।
- अध्यात्मिक विकास: इस आरती के नियमित गायन से आपकी आध्यत्मिक विकास और उन्नति होती है।
गोरखनाथ से जुड़ी भक्तों की कथाएं
अब हम कुछ ऐसी कथाएं साझा करेंगे जहां बाबा गोरखनाथ के आशीर्वाद ने भक्तों के जीवन में बदलाव लाए:
- राजकुमारी और संन्यासी: एक राजकुमारी थी जो बहुत घमंडी थी। एक दिन, गोरखनाथ जी उसके महल में एक भिखारी के रूप में आए। जब राजकुमारी ने उन्हें भीख देने से इनकार किया, तो गोरखनाथ जी ने उसका महल नष्ट कर दिया। इस घटना ने राजकुमारी को अपनी गलती का एहसास कराया, और गोरखनाथ जी के आशीर्वाद से वह नम्र और दयालु बन गईं।
- रोग से मुक्ति: एक बार एक भक्त गंभीर बीमारी से पीड़ित था। डॉक्टर उसे ठीक नहीं कर पाए। भक्त ने बाबा गोरखनाथ जी से प्रार्थना की और उनका आशीर्वाद मांगा। आश्चर्यजनक रूप से, वह भक्त ठीक हो गया।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
आइए इस विषय परによく पूछे जाने वाले कुछ प्रश्नों के उत्तर दें:
Q1. बाबा गोरखनाथ जी से संबंधित प्रमुख मंदिर कहां स्थित है? A. गोरखपुर, उत्तर प्रदेश में स्थित गोरखनाथ मंदिर, बाबा गोरखनाथ जी से संबंधित सबसे महत्वपूर्ण मंदिर है।
Q2. बाबा गोरखनाथ से जुड़े प्रमुख त्योहार कौन से हैं? A. मकर संक्रांति के अवसर पर गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में बड़े उत्साह और समर्पण के साथ एक भव्य मेले का आयोजन किया जाता है।
Q3. बाबा गोरखनाथ से आशीर्वाद प्राप्त करने का सबसे अच्छा तरीका क्या है? A. बाबा गोरखनाथ जी की आरती नियमित रूप से करना, उनकी पूजा करना और उनकी शिक्षाओं का पालन करना उनके आशीर्वाद को प्राप्त करने का सबसे अच्छा तरीका है।
निष्कर्ष
मैं आशा करता हूँ दोस्तों, कि बाबा गोरखनाथ आरती पर लिखी यह जानकारी आपके लिए उपयोगी सिद्ध होगी। याद रखें, सच्ची भक्ति हृदय में होती है। जब आप श्रद्धा और प्रेम के साथ आरती का पाठ करते हैं, तो आप निश्चित रूप से बाबा गोरखनाथ जी के आशीर्वाद का अनुभव करेंगे।
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