हवन-यज्ञ प्रार्थना: पूजनीय प्रभो हमारे

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Havan Prarthana

हवन-यज्ञ प्रार्थना:

नमस्कार दोस्तों! आज हम एक बहुत ही महत्वपूर्ण विषय पर चर्चा करेंगे – हवन-यज्ञ और इसकी शक्तिशाली प्रार्थना “पूजनीय प्रभो हमारे”। हवन एक पवित्र अनुष्ठान है जो वैदिक काल से चला आ रहा है। आइए, हवन के महत्व और हमारी पवित्र प्रार्थना की गहराई को विस्तार से जानने की कोशिश करते हैं!

“पूजनीय प्रभो हमारे…” की प्रार्थना

पूजनीय प्रभो हमारे,
भाव उज्जवल कीजिये ।
छोड़ देवें छल कपट को,
मानसिक बल दीजिये ॥ १॥वेद की बोलें ऋचाएं,
सत्य को धारण करें ।
हर्ष में हो मग्न सारे,
शोक-सागर से तरें ॥ २॥

अश्व्मेधादिक रचायें,
यज्ञ पर-उपकार को ।
धर्मं- मर्यादा चलाकर,
लाभ दें संसार को ॥ ३॥

नित्य श्रद्धा-भक्ति से,
यज्ञादि हम करते रहें ।
रोग-पीड़ित विश्व के,
संताप सब हरतें रहें ॥ ४॥

भावना मिट जाये मन से,
पाप अत्याचार की ।
कामनाएं पूर्ण होवें,
यज्ञ से नर-नारि की ॥ ५॥

लाभकारी हो हवन,
हर जीवधारी के लिए ।
वायु जल सर्वत्र हों,
शुभ गंध को धारण किये ॥ ६॥

स्वार्थ-भाव मिटे हमारा,
प्रेम-पथ विस्तार हो ।
‘इदं न मम’ का सार्थक,
प्रत्येक में व्यवहार हो ॥ ७॥

प्रेमरस में मग्न होकर,
वंदना हम कर रहे ।
‘नाथ’ करुणारूप ! करुणा,
आपकी सब पर रहे ॥ ८॥

हवन-यज्ञ क्या है?

हवन, जिसे यज्ञ भी कहा जाता है, एक वैदिक अनुष्ठान है जिसमें देवी-देवताओं को पवित्र अग्नि में विशेष सामग्री की आहुतियां दी जाती हैं। इनके साथ मंत्रोच्चार भी किया जाता है। हवन का प्रमुख उद्देश्य है सकारात्मक ऊर्जा का संचार, वातावरण की शुद्धि, और देवी-देवताओं से आशीर्वाद प्राप्त करना।

हवनयज्ञ का महत्व

  • आध्यात्मिक उत्थान: हवन हमारी आत्मा को ऊपर उठाता है और हमें दिव्य शक्तियों से जोड़ता है।
  • वातावरण की शुद्धि: हवन में प्रयोग की जाने वाली सामग्री से उत्पन्न धुआं पर्यावरण को शुद्ध करता है, नकारात्मकता दूर करता है।
  • मन की शांति: पवित्र मंत्रों और अग्नि की उपस्थिति मन को शांत करती है, एकाग्रता और सकारात्मकता देती है।
  • इच्छा पूर्ति: माना जाता है कि शुद्ध हृदय से किया गया हवन मनोकामनाएं पूरी करता है।

हवन-यज्ञ की सामग्री

  • हवन कुंड: अग्नि के लिए एक विशेष स्थान।
  • आम की लकड़ी: हवन में जलाने के लिए मुख्य लकड़ी।
  • हवन सामग्री: घी, चावल, जौ, तिल, जड़ी-बूटियां, आदि।
  • शुद्ध जल, नारियल, फूल, फल इत्यादि।

हवनयज्ञ की विधि (सरल रूप)

  1. हवन कुंड की शुद्धि करें और उसमें आम की लकड़ी से अग्नि प्रज्ज्वलित करें।
  2. देवताओं का आह्वान करते हुए “ॐ स्वाहा” बोलकर हवन-सामग्री अर्पित करें।
  3. “पूजनीय प्रभो हमारे…” प्रार्थना और अन्य मंत्रों का जाप करें।
  4. हवन की पूर्णाहुति के बाद आरती करें।

हवन के प्रकार

विभिन्न अनुष्ठानों, इच्छाओं और अवसरों के लिए कई प्रकार के हवन किए जाते हैं, जिनमें कुछ प्रमुख हैं:

  • नवग्रह हवन
  • रुद्र हवन
  • गणेश हवन
  • महामृत्युंजय हवन

हवन और आधुनिक विज्ञान

दिलचस्प बात यह है कि हवन से होने वाले लाभों को अब विज्ञान भी मानने लगा है। हवन की सामग्री से निकलने वाले धुएं को रोगाणुओं को नष्ट करने वाला पाया गया है। साथ ही, हवन से हमारी सकारात्मकता और मानसिक स्वास्थ्य पर भी अच्छा प्रभाव पड़ता है।

हवन-यज्ञ से जुड़ी भक्तों की कहानियां

सदियों से, हवन-यज्ञ के चमत्कारों की असंख्य कहानियां श्रद्धालुओं द्वारा सुनाई गई हैंं। कुछ लोग गंभीर बीमारियों से ठीक होने, जीवन में अप्रत्याशित सफलता, पारिवारिक कलह खत्म होने जैसे अनुभव साझा करते हैं। ये कहानियां हवन-यज्ञ की शक्ति की गवाह हैं।

हवन-यज्ञ के लाभ

  1. मनोवैज्ञानिक लाभ: मंत्रोच्चार और अनुष्ठान का एकाग्रता बढ़ाने और तनाव कम करने का शक्तिशाली प्रभाव होता है।
  2. वातावरण की सुरक्षा: हवन से हानिकारक कीटाणु नष्ट होते हैं और हवा शुद्ध होती है, जो स्वास्थ्य के लिए लाभदायक है।
  3. कृषि लाभ: हवन की राख पोषक तत्वों से भरपूर होती है जो एक प्राकृतिक उर्वरक का काम करती है।
  4. आत्मिक उन्नति: हवन ईश्वर से जुड़ने का माध्यम है। इससे करुणा, समर्पण और निस्वार्थ भाव का विकास होता है।

हवन-यज्ञ से संबंधित अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न (FAQs)

  • क्या घर पर हवन किया जा सकता है? हां, छोटा हवन घर पर भी किया जा सकता है। हालांकि, बड़े अनुष्ठानों के लिए पुरोहित से मदद ज़रूरी है।
  • हवन में सबसे महत्वपूर्ण बात क्या है? हवन की भावना और शुद्ध संकल्प अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। इसे दिखावे के लिए नहीं, श्रद्धा से संपन्न करें।
  • क्या हवन में कोई सावधानी बरतनी चाहिए? बच्चों और पालतू जानवरों को हवन कुंड से दूर रखें। साथ ही, हवन सामग्री को अग्नि में सावधानी से अर्पित करें।
  • कितनी बार हवन किया जा सकता है? नियमित रूप से छोटा हवन और विशेष अवसरों पर बड़ा हवन आयोजित किया जा सकता है।

उपसंहार

मित्रों, शास्त्रों के अनुसार हवन-यज्ञ सकारात्मकता, आध्यात्मिक विकास और समृद्धि का मार्ग है। आइए, आधुनिक जीवन में भी इस वैदिक परंपरा के अनेक लाभों और ईश्वरीय प्रार्थना “पूजनीय प्रभो हमारे…” की शक्ति का अनुभव करें।

अगर आपको यह ब्लॉग जानकारीपूर्ण लगा हो तो कृपया इसे अपने मित्रों और परिजनों के साथ साझा करें ताकि वो भी इसका लाभ उठा सकें। क्या आपके भी हवन से जुड़े अनुभव हैं, कृपया हमें कमेंट करके बताएं!

धन्यवाद!


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